ब्रिटेन ने लगाई हुआवे पर रोक, फाइव जी नेटवर्क से हटाएगी चीनी कंपनी के उपकरण


प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने वर्ष 2027 तक ब्रिटेन के फाइव जी नेटवर्क से हुआवे के उपकरणों को पूरी तरह से हटाने का आदेश दिया है। जॉनसन के इस निर्णय से देश की दूरसंचार कंपनियों बीटी, वोडाफोन और थ्री ने राहत की सांस ली है। इन कंपनियों को डर था कि अगर हुआवे के उपकरणों को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्णय लागू होता तो इन्हें अरबों डॉलर का निवेश करना पड़ता। हालांकि इस निर्णय से देश में फाइव जी नेटवर्क लागू होने में देरी जरूर होगी। 


चीन की हुआवे विश्व की सबसे बड़ी दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी है। मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया। हालांकि इस फैसले की औपचारिक घोषणा संसद में डिजिटल, संस्कृति और खेल मंत्री ओलिवर डाउडेन ने की। अगले दो साल के भीतर दूरसंचार कंपनियों को फिक्सड लाइन फाइबर ब्राडबैंड में भी हुआवे के उपकरणों पर रोक लगाने के लिए कहा जाएगा। इस निर्णय से चीन जहां नाराज होगा वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रसन्न होंगे। दरअसल, अमेरिका ने ही जॉनसन पर जनवरी में लिए गए उस फैसले को बदलने का दबाव डाला था, जिसमें उन्होंने फाइव जी नेटवर्क में हुआवे को सीमित भूमिका देने की बात कही थी। महामारी को लेकर चीन द्वारा छिपाए गए आंकड़े और चीन द्वारा हांगकांग पर लिए गए निर्णय भी फैसले की वजह बने हैं।