कुल्लू व मनाली में फंसे लाहुल के लोगों को प्रदेश सरकार राहत देने जा रही है। लाहुली किसानों की दिक्कत को देखते हुए हिमाचल सरकार ने रोहतांग दर्रे को पैदल राहगीरों के लिए खोलने का निर्णय लिया है। राहगीरों को बस सेवा भी उपलब्ध करवाई जा रही है। कुल्लू व मनाली से लाहुल जाने वाले लोग मनाली से 44 किमी दूर राहनीनाला तक बस से जा सकेंगे जबकि लाहुल से मनाली आने वाले लोगों को कोकसर से 12 किमी ऊपर राक्षी ढांक तक बस सेवा मिलेगी। मनाली के राहनीनाला से लाहुल की ओर राक्षी ढांक तक का सफर ही पैदल तय करना पड़ेगा। इस सफर को तय करने में भी लाहुल स्पीति प्रशासन द्वारा तैनात रेस्क्यू पोस्ट के कर्मी मदद करेंगे।
पहले व दूसरे दिन मूलिंग से तिन्दी के लोग भेजे जाएंगे। तीसरे और चौथे दिन गहर और तोद वैली के लोग भेजे जाएंगे। पांचवें दिन चंद्रा वैली के लोग भेजे जाएंगे। सुबह एक बस ट्रायल के लिए अखाड़ा बाजार से राहनी नाला तक भेजी जाएगी। कल से हेलीकाप्टर कार्यालय में बुकिंग शुरू की जा रही है। इच्छुक व्यक्ति आवेदन के लिए अपने आधार कार्ड के साथ वोटर कार्ड की कॉपी साथ ले कर जा सकते है। परसों से 5 बसें सुबह 6 बजे अखाड़ा बाजार से चलेंगी और गुलाब बेरियर में मेडिकल चेकअप के बाद ही आवे जाने दिया जाएगा।
कृषि मंत्री डॉ राम लाल मारकंडा ने कहा कि लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को यह आदेश जारी कर दिए हैं ताकि लाहुली अपने घर जा कर खेती बाड़ी के कार्य कर पाए। उन्हों ने अपील भी की है कि सोशल डिस्टनसिंग का विशेष ध्यान रखें। यह परमिशन 10 दिनों तक ही रहेगा। अगर कुछ लोग रह जाते ह तो दोबारा लिस्ट बनाया जाएगा।लाहुल के स्थानीय निवासी के अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति को परमिशन नहीं मिलेगा।अगर कोई व्यक्ति अपने साथ बाहर के व्यक्ति या नौकर साथ ले कर जाएगा तो उक्त व्यक्ति व साथी दोनों के खिलाफ एनएसए एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बुज़ुर्गों और बच्चों से आग्रह किया कि जब तक रोहतांग खुल नहीं जाता वे लाहुल न जाएँ।