स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग का नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन


स्वीडन के दो सांसदों ने अपने देश की किशोरी जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है। स्वीडन की लेफ्ट पार्टी के जेन्स होम और हाकन स्वेनेलिंग ने सोमवार को कहा कि थनबर्ग ने जलवायु संकट पर नेताओं का ध्यान खींचने के लिए कड़ी मेहनत की है और उत्सर्जन में कटौती के लिए कार्य तथा पेरिस समझौते के अनुपालन के लिए काम करना भी शांति के लिए काम करना है। थनबर्ग (17) ने छात्रों के स्कूल छोड़कर जलवायु परिवर्तन पर तेजी से कार्रवाई करने की मांग वाले प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है।


हाल ही में ग्रेटा थनबर्ग को टाइम्स मैगजीन ने साल 2019 के लिए 'पर्सन ऑफ दी ईयर' चुना। ग्रेटा ने सबसे कम उम्र में यह सम्मान हासिल किया। वे अपने प्रभावशाली और आक्रमक भाषणों को लेकर चर्चा में रही हैं। उन्होंने 2019 में संयुक्त राष्ट्र की क्लाइमेट एक्शन समिट में भी भाषण दिया था। दुनियाभर में इस भाषण की काफी तारीफ हुई थी।


टाइम्स मैगजीन ने ग्रेटा को 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुने जाने पर कहा था कि वह पूरे विश्व का ध्यान खींचने में सफल रहीं हैं, लाखों अस्पष्ट विचारों को बदला, तत्काल बदलाव का आह्वान कर बेचैनियों को एक वैश्विक आंदोलन में बदल दिया। उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मुलाकात का मौका मिला, तो वहीं उन्हें सुनने वालों में बड़े देशों के राष्ट्रपति के साथ ही पोप भी शामिल रहे।