गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ कर हुआ 65 रुपये प्रति क्विंटल


प्रदेश सरकार ने वर्ष 2020-21 के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य 1925 रुपये घोषित किया है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार 65 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को रबी खरीद सत्र को लेकर हुई बैठक में यह निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते वर्ष प्रदेश में गेहूं का समर्थन मूल्य 20 रुपये बोनस के साथ 1860 रुपये प्रति क्विंटल था। इसे इस वर्ष 65 रुपये बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि किसानों को उनकी उपज का समय पर भुगतान हो इसका ध्यान रखा जाए। किसानों को समय से भुगतान करने के लिए 150 करोड़ रुपये खाद्य विभाग को जारी किए गए हैं। 


मुख्यमंत्री ने समय पर गेहूं खरीद केंद्रों की स्थापना और सीमांत क्षेत्रों के साथ ही कुंभ के दृष्टिगत हरिद्वार में भंडारण क्षमता बढ़ाए जाने की व्यवस्था करने व संबंधित विभागों से इस संबंध में प्रभावी कार्य योजना बनाकर समन्वय बनाने का निर्देश दिया। सीएम ने जैविक गेहूं के उत्पादन एवं इस क्षेत्र में कार्य कर रहे किसानों को भी आवश्यक सहयोग देने की बात कही। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने खाद्य विभाग, सहकारिता एवं नैफेड के माध्यम से कुल 174 खरीद केंद्र बनाने और नए बोरों की खरीद की अनुमति दी। सचिव खाद्य सुशील कुमार ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2020-21 में साढ़े तीन लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई और साढ़े नौ लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य है। विश्व बैंक के सहयोग से पांच-पांच सौ मीट्रिक टन क्षमता के दो अस्थाई गोदाम धारचूला एवं हरिद्वार में स्थापित किए गए हैं। ऊधम सिंह नगर और ऋषिकेश में 50 हजार मीट्रिक टन क्षमता के दो नए भंडारण गृह बनाये गए हैं।