हिमाचल में 50 रूटों पर बस सेवाएं ठप


हिमाचल में ग्रामीण क्षेत्रों की परिवहन सेवाएं अभी पटरी पर नहीं लौटी हैं। राजधानी शिमला के साथ डलहौजी, चंबा, रामपुर नाहन, रोहडू के करीब 50 ग्रामीण रूटों की परिवहन सेवाएं बहाल नहीं हो पाई है। बर्फबारी-भूस्खलन से लोक निर्माण विभाग की मंडी, शिमला और कांगड़ा तीनों सर्किल की 388 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। लोक निर्माण विभाग ने बुधवार तक 92 सड़कों को यातायात के लिए बहाल करने का दावा किया है। विभाग ने 372 मशीनरियों को सड़क से बर्फ  हटाने के लिए लगाया है।


जनजातीय जिला किन्नौर में बीते सोमवार को हुई बर्फबारी के नौ दिन बीतने के बाद भी जिले में जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। जंगी में ग्लेशियर और शौंगटोंग में भारी भरकम चट्टानें गिरने के कारण नेशनल हाईवे पांच यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है। जिले के सभी ग्रामीण रूट भी यातायात के लिए ठप पड़े हैं, जिस कारण लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।
वहीं जिले के कई ग्रामीण इलाकों सहित स्पीति वैली में अंधेरा पसरा हुआ है। बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी के कारण समूचे किन्नौर जिले में विभिन्न व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। रिकांगपिओ से पूह काजा की तरफ एनएच पांच पर कई स्थानों पर ग्लेशियर और भारी भरकम चट्टानें गिरने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए ठप पड़ा है। पोवारी से पूह की ओर पूर्वणी झूला, जंगी के पास, नेसंग, भगत नाला, टिंकू नाला के पास एनएच पर करीब 5 स्थानों पर पहाड़ी से ग्लेशियर आने और भूस्खलन से एनएच पांच बाधित हो गया है।