सेंट्रल जेल से दो साल तीन महीने बाद रिहा हुई हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा


अंबाला सेंट्रल जेल में देशद्रोह के साथ साथ विभिन्न मामलों में गिरफ्तार राम रहीम की मुहंबोली बेटी हनीप्रीत सेंट्रल जेल से दो साल तीन महीने बाद रिहा हुई। हनीप्रीत को शाम छह बजे सेंट्रल जेल से रिहा किया गया। सीबीआई कोर्ट ने मंगलवार को जमानत पर रिहा करने के आदेश जारी किए। पंजाब की पीबी 10 ईडी 0041 में हनीप्रीत अंबाला सेंट्रल जेल से निकली। इस दौरान उसने किसी से बात नहीं की। हनीप्रीत को भारी सुरक्षा के बीच निकला गया । 

हनीप्रीत को तीन अक्टूबर 2017 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही वह अंबाला सेंट्रल जेल में बंद थी। हनीप्रीत की रिहाई का समाचार मिलते ही हनीप्रीत के परिजनों सहित सभी की निगाहें उसके सेंट्रल जेल से निकलने पर टिक गई। पंचकूला हिंसा मामले में हनीप्रीत को जमानत मिलने से हरियाणा पुलिस को बड़ा झटका लगा है। मामले में अगली सुनवाई अब 20 नवंबर को होगी। पिछली सुनवाई में मामले में दर्ज एफआईआर नंबर 345 में हनीप्रीत के खिलाफ लगी देशद्रोह की धारा 121 व 121 ए को हटा दिया गया था। क्योंकि पुलिस कोर्ट में देशद्रोह व देशद्रोह की साजिश रचने के आरोप साबित नहीं कर सकी। इसके बाद जो धाराएं बची थीं, उनमें जमानत मिल सकती थी।


राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला में 25 अगस्त 2017 को हिंसा हुई थी। जिसमे 36 लोगों की मौत हुई थी। हनीप्रीत पर यह आरोप हैं कि उसने डेरा समर्थकों को हिंसा के लिए उकसाया था। इसके बाद ही समर्थकों ने पंचकूला में जमकर उत्पात मचाया था और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था।