सात दिन में 50 हजार गाड़ियों की प्रदूषण जांच


नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद बीते सात दिन में देहरादून शहर में 50 हजार से ज्यादा वाहनों का प्रदूषण जांचा जा चुका है। बाइक और कार का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने के लिए लोग कतारों में लगे हैं। 19 प्रदूषण जांच केंद्रों पर भीड़ बेकाबू होने लगी है। सुबह चार बजे से बंटने वाले टोकन से ही जांच का मौका मिल रहा है।नए मोटर व्हीकल एक्ट में प्रदूषण सर्टिफिकेट को लेकर सख्त नियम बनाए गए हैं। जैसे ही एक्ट लागू हुआ तो लोगों की भीड़ अपने वाहनों के प्रदूषण जांच को जुटनी शुरू हो गई। परिवहन विभाग के मुताबिक, प्रदेश में सात दिन के भीतर तीन लाख से ऊपर और देहरादून शहर में 50 हजार से ऊपर वाहनों का प्रदूषण जांचा जा चुका है। दून के एक प्रदूषण केंद्रों पर प्रतिदिन औसतन 1000 कार और 6000 बाइक्स के प्रदूषण की ही जांच हो पा रही है। परिवहन विभाग की ओर से अभी तक इस भीड़ के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। सुबह से कतारों में लगे लोग बार-बार मांग कर रहे हैं कि इस सर्टिफिकेट के लिए प्रक्रिया और सरल बनाई जाए। नए प्रदूषण केंद्र खोले जाएं। परिवहन विभाग में 100 से अधिक नए आवेदन भी आए हैं लेकिन अभी बात आगे नहीं बढ़ पाई है।


प्रदूषण बनवाना है तो पहले जाकर टोकन लें



चूंकि शहर में वाहनों की संख्या के हिसाब से प्रदूषण जांच केंद्र महज 19 ही हैं। इसलिए अगर आप भी अपने वाहन की प्रदूषण जांच कराना चाहते हैं तो पहले जाकर टोकन ले लें। टोकन के आधार पर अपने नंबर का इंतजार करें।

 

बिंदाल पुल पर लगा जाम, हालात बेकाबू
बिंदाल पुल के पास गुना वर्कशाप में प्रदूषण जांच कराने के लिए वाहनों की लंबी लाइन लग रही है। परिणामस्वरूप यहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। मंगलवार को जाम की सूचना मिलने पर सीपीयू मौके पर पहुंची और जैसे तैसे यातायात को बहाल कराया। इस दौरान लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।